Nazm- हम में भी बड़ा दम है
December 17, 2015 2 Comments
कहते हैं बड़ा ग़म है
हम में भी बड़ा दम है
था खौफ कहानी में
पर रूबरू बेदम है
हाथों में सुलेमानी
और रूह में ज़म ज़म है
हम दीखते हैं तनहा
ये इश्क़ तो पाहम है
हर ज़ख्म हरा हो ले
हर अश्क़ में मरहम है
गर छत नहीं तो क्या है
सर साया-इ-मरियम है
निकले हैं बाँध सर पे कफ़न
अब कई दीवाने
होना है जो हो जाए
ये जूनून फ़राहम है
हम में भी बड़ा दम है
खूबसूरत रचना।👌👌
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